Fwd: प्रेस विज्ञप्ति

दलित मुव्हमेंट ऐसोसियेशन का वार्षिक सम्मेलन तथा डॉ अम्बेडकर जयंती समारोह

 १४ अप्रैल २०१२ को दलित मुव्हमेंट ऐसोसियेशन के तत्वाधान में डोमार-हेला महासम्मेलन तथा डॉं अम्बेडकर जयंती समारोह का आयोजन ऐसेमबली हाल, गास मेमोरियल सेन्टर, जय स्तंभ चौक रायपुर में किया गया। इस कार्यक्रम में अनुसूचित जाति आयोग के सचिव श्री एच.के.सिंह उईके, जी मुख्य अतिथी के रूप में उपस्थीत थे। सबसे पहले श्री हरीश कुण्डे जी ने इस कार्यक्रम तथा एसोसियेशन का परिचय दिया। प्रथम सत्र का संचालन श्रीमति जयश्री मानकर ने किया इस सत्र के वक्ता के रूप में बिलासपुर से आये श्री विश्वनाथ खुदशाह ने बाबा साहेब के द्वारा इस समाज पर किये गये उपकार पर प्रकाश डाला। तत्पश्चाल श्री ब्रजमोहन मानकर ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस कार्यक्रम में समाज के लोग ज्यादा इस लिए नही आना चाहते क्योकि वे डरते है कि उनकी जाति की पोल न खुल जाये। मुख्य अतिथी श्री एच.के.सिंह उईकेजी ने अनुसूचित जाति आयोग के व्दारा दिये जाने वाली राहत एवं सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होने बताया की जब तक दलित समाज एकजुट होकर बाबासाहेब के बताए रास्ते पर नही चलेगा। तब तक इस समाज का व्यक्ति तरक्की तो करेगा किन्तु बिखरा रहेगा। 
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथी के रूप में उपस्थीत श्री सच्चिदानंद उपासनेजी ने दलित मुव्हमेंन्ट एशोसियेशन द्वारा प्रकाशित वार्षिक दलित उत्थान पत्रिका का लोकार्पण किया दलित लेखक श्री संजीव खुदशाह द्वारा संपादित इस पत्रिका की, श्री उपासनेजी ने भूरी भूरी प्रसंशा कि एवं कहा की डा अम्बेकर ने सिर्फ दलित समाज के लिए ही नही बल्की पूरे समाज में समता के लिए कार्य किया। आज वे सभी समता वादीयो के लिए प्रेरणा श्रोत है।
इस कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में भेघावी बच्चो को सम्मान दिया गया। इसी सत्र में जाति प्रमाण पत्र में आने वाली दिक्कतों एवं आरक्षण कोटे में ४ प्रतिशत की कमी किये जाने पर चर्चा की गई। बिलासपुर से आये श्री अनंत हथगेनजी ने आरक्षण व्यवस्था एवं जाति प्रमाण पत्र विषय पर गंभीरता से उदबोधन देते हुए कहा कि जिन छोटी छोटी दलित जातियों का जाति प्रमाण पत्र नही बनता है उनके बारे में यहां की बहुसंख्यक दलित जाति का कोई मददगार रवैया नही रहता है। यह फूट डालो राज करो नीति जैसा है।  
सत्र के अंत में एक समाजिक समस्याओं के उपचार हेतु ऐजेण्डे का अनुमोदन किया गया तथा एक समाज भवन रायपुर में निर्माण किये जाने पर सहमती जताई गई। यह भी तय किया गया कि एक प्रतिनीधि मंडल अपनी समस्याओ को लेकर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौपेगा। इस कार्यक्रम में लगभग सभी जिलो से आये लोग शमिल हुऐ। इसे सफल बनाने में दलित मुव्हमेंन्ट ऐसोसियेशन के स्टेट कनवेनर डिस्ट्रीक्ट कनवेनर तथा समाजिक कार्यकर्ताओं ने बड़ा सहयोग दिया जिनमें शामिल है दिनेश पसेरिया, गणेश त्रिमले, ललित कुण्डे  तथा अनंत हथगेन।

भवदीय


हरीश कुण्डे
स्टेट कनवेनर
दलित मुव्हमेंट ऐसोसियेशन