osted on July 22, 2017
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नई दिल्ली। तकरीबन दो सप्ताह पहले गूगल ने दलित मूवमेंट एसोसिएशन के ग्रुप को बैन कर दिया था। नेशनल दस्तक की खबर के बाद अब इस बैन को हटा दिया गया है। ग्रुप के संचालक संजीव खुदशाह ने आभार जताते हुए एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होने नेशनल दस्तक और गूगल की पूरी टीम, सामाजिक कार्यकर्ताओं और लेखकों का आभार जताया है।
मुख्य बातें-
- नेशनल दस्तक की खबर के बाद गूगल ने दलित एसोसिएशन ग्रुप से हटाया बैन
- संजीव खुदवाह ने लेखकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों का जताया आभार
- दो सप्ताह पूर्व बिना कारण ही बैन कर दिया गया था ग्रुप
बता दें कि 12 जुलाई 2017 को नेशनल दस्तक ने ‘दलित मूवमेंट एसोसिएशन का गूगल ग्रुप बैन’ शीर्षक के साथ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसमें हमने बताया था कि गूगल की ओर से ग्रुप को बैन करते हुए तर्क दिया गया कि इसमें दुर्भावना पूर्ण सामग्री थी। हालांकि इसमें किस सदस्य और किस कंटेंट से गूगल को आपत्ति थी इसका जिक्र नहीं किया गया था।
बता दें कि गूगल ग्रुप डी एम ए विगत 10 सालों से सक्रिय है। जिसमें 7500 से ज्यादा सदस्य जुड़े हुए हैं। जिनमें तमाम नामी गिरामी हस्तियों के साथ-साथ, देश विदेश के प्रगतिशील मानवाधिकार मुद्दों से जुड़े हुए व्यक्ति भी शामिल हैं।
यह एक बेहद सक्रिय ग्रुप है जिसमें देश विदेश के तमाम मुद्दों पर सार्थक बहस होती है। अब तक तक़रीबन पांच हजार मुद्दों पर बहस हो चुकी थी। यह बहस गोपनीय न होकर सभी के लिए ओपन रहती है।
इस ग्रुप में कई मीडिया के लोग भी जुड़े हुए हैं और वे इस ग्रुप में प्रसारित मुद्दों को प्रकाशित भी करते रहे हैं। कई लेख इसी ग्रुप से मीडिया तक पंहुचे हैं।