There is better employment opportunities for the youth in the field of journalism

पत्रकारिता के क्षेत्र में युवाओं के लिए है, रोजगार के बेहतर अवसर

डॉक्टर धनेश जोशी
12 वीं के बाद छात्रों में अपने भविष्य को लेकर उत्सुकता रहती है कि स्नातक के लिए कौन सा कोर्स चुने जिसमें
नौकरी के ढेर अवसर हो तथा अपना खुद का व्यवसाय करने के भी मौके हो ऐसा कैरियर जिसमें भविष्य में अच्छी आय पद व प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो तथा समाज के लिए कुछ सकारात्मक कार्य किए जा सके.अगर अपने जीवन में कैरियर के साथ देश के विकास में भी अपना योगदान देना चाहते हैं तो आपके लिए पत्रकारिता एवं जनसंचार के विभिन्न पाठ्यक्रमों में कई ऑप्शंस यह कोर्सेज पूरी तरह से व्यवसायिक कोर्सेज होते हैं इनमें सिखाई गई व्यवसायिक विधाओं को सीखकर निपुण होने वाले छात्रों को नौकरी मिलने की पूरी संभावनाएं होती हैं तथा निपुण विद्यार्थी अगर चाहे तो अपना खुद का व्यवसाय भी कर सकते हैं और दूसरों को नौकरी भी दे सकते हैं इस प्रकार वे देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं 


पत्रकारिता एवं जनसंचार के कोर्स के अंतर्गत मुख्यतः सिखाई जाने वाली 
विधाएं हैं-

• प्रिंट मीडिया न्यूज़पेपर एवं मैगजीन ( NEWS PAPER & MAGZINE)
• इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेडियो और टेलीविजन (ELECTRONIC MEDIA RADIO & TELEVISION)
• पब्लिक रिलेशंस एंड कॉरपोरेट कम्युनिकेशन (PUBLIC RELATIONS & CORPORATE COMMUNICATION)
• डिजिटल फिल्म मेकिंग (DIGITAL FILM MAKING)
• मल्टीमीडिया ग्राफिक डिजाइनिंग एंड एनिमेशन(MULTI MEDIA GRAPHICS & ANIMATION)

1. प्रिंट मीडिया (NEWS PAPER & MAGZINE) न्यूजपेपर एंड मैगजीन से संबंधित कोर्सेज करने के बाद छात्रों को रिपोर्टर सब एडिटर कैमरामैन कंटेंट राइटर, प्रूफरीडर इत्यादि की जॉब आसानी से मिल जाती है इसके अलावा अगर आपके पास पैसा है और इच्छाशक्ति है तो आप अपने से खुद का मीडिया पब्लिशिंग हाउस भी शुरू कर सकते हैं और दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं.

2. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (रेडियो एंड टेलीविजन) (ELECTRONIC MEDIA RADIO & TELEVISION) से रिलेटेड कोर्सेज करने के बाद छात्रों को टीवी चैनल एंड रेडियो स्टेशंस में रेडियो एनाउंसर, एंकर, रिपोर्टर, एडिटर, प्रोग्राम प्रोड्यूसर, न्यूजरूम मैनेजर, स्टूडियो इंचार्ज, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, रेडियो जॉकी इत्यादि की अच्छी जॉब मिल जाती है. अगर आप कुछ बड़ा करना चाहते हैं, और आपके पास प्रोफेशनल्स की एक टीम है और पर्याप्त पैसा है तो आप अपने खुद का टीवी चैनल (यूट्यूब चैनल) या कम्युनिटी रेडियो शुरू करके दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं.

3. पब्लिक रिलेशंस एंड कॉरपोरेट कम्युनिकेशन (PUBLIC RELATIONS & CORPORATE COMMUNICATION) जनसंचार का एक ऐसा क्षेत्र है जिसकी कार्पोरेट सेक्टर में बहुत अधिक मांग है. लगभग हर बड़ी कंपनी में पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट या एक जनसंपर्क अधिकारी होता है. जो ऑर्गेनाइजेशन की इमेज बिल्डिंग और कॉरपोरेट कम्युनिकेशन को हैंडल करता है। कार्पोरेट्स अपने स्टॉक होल्डर्स के बीच अपनी पॉजिटिव इमेज बनाने एवं सकारात्मक संचार करने के लिए विभिन्न योजनाएं एवं कैंपेन चलाते हैं इसमें पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन एडवरटाइजिंग कैंपेन्स कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत चलने वाली परियोजनाएं सरकारी एवं गैर सरकारी समूहों के साथ संवाद स्थापित करके समाज में अपनी सकारात्मक इमेज को प्रमोट करना करना आदि शामिल है. इस क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध है और स्टार्टअप के इच्छुक छात्रों के लिए खुद के व्यवसाय का एक बेहतरीन मौका है. जहां वे अपने साथ-साथ दूसरों को भी नौकरी दे सकते हैं. 

4. डिजिटल फिल्म मेकिंग (DIGITAL FILM MAKING) इंटरनेट की बढ़ती उपलब्धता एवं स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल के चलते आजकल यूट्यूबर्स की मांग तेजी से बढ़ी है. यूट्यूब पर क्वालिटी कंटेंट उपलब्ध ना होने के कारण इन दिनों डिजिटल फिल्म मेकिंग का बहुत अधिक स्कोप है. डिजिटल फिल्म मेकिंग को पैसे कमा सकते हैं बल्कि खुद को डिजिटल वर्ल्ड में एक्सपर्ट के रूप में स्थापित कर सकते हैं इस इंडस्ट्री में कैमरामैन, फिल्म डायरेक्टर, वीडियो एडिटर, साउंड रिकॉर्डिस्ट, मार्केटिंग प्रोफेशनल इत्यादि की बहुत मांग है. 

5. मल्टीमीडिया ग्राफिक्स एंड एनीमेशन (MULTI MEDIA GRAPHICS & ANIMATION) किसी भी कंटेंट को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए आजकल मल्टीमीडिया ग्राफिक एंड एनीमेशंस का इस्तेमाल बहुत होने लगा है. विशेषकर न्यूज़ एजुकेशन म्यूजिक एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में मल्टीमीडिया एंड ग्रैफिक्स एंड एनीमेशन के विशेषज्ञों की अत्यधिक मांग है. एनीमेटेड मूवीज, कार्टून फिल्म एंड वीडियोज की बढ़ती मांग की वजह से मल्टीमीडिया ग्रैफिक्स एंड एनीमेशन प्रोफेशनल्स की जबर्दस्त डिमांड है.  

6. डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट (DIGITAL MEDIA MANAGEMENT) इंटरनेट की उपलब्धता और डिजिटल टेक्नोलॉजी में होने वाले नित नए अविष्कारों ने संचार की दुनिया में कई क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं जिसकी वजह से डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट में रोज नए अवसर पैदा हो रहे हैं. जनसंचार के माध्यम अब डिजिटल प्लेटफार्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर, लिंकेडीन, व्हाट्सएप पर उपलब्ध होने की वजह से इस क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञों की मांग बहुत बढ़ गई है. इसके अतिरिक्त आजकल सभी ऑर्गेनाइजेशन/बिजनेस हाउस की अपनी वेबसाइट होती है. जिसके लिए डिजिटल मीडिया मैनेजर की सेवाएं लेते हैं. अपना खुद का कारोबार करने के इच्छुक छात्रों के लिए क्षेत्र में अपने व्यवसाय करने के अवसर मौजूद हैं. 

जरूरी योग्यता

मास कम्यूनिकेशन में बैचलर डिग्री के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं अथवा पोस्ट ग्रैजुएट पाठ्यक्रम के लिए पत्रकारिता में स्नातक होना चाहिए। कुछ संस्थानों में पत्रकारिता में एक वर्षीय प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में बैचलर डिग्री और पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री जरूरी है। लेकिन विशेष प्रशिक्षण या फील्डवर्क और इंटर्नशिप से इस क्षेत्र में बेहतर अवसर बनाए जा सकते हैं।

शुरुआती वेतन और मौका

मास कम्यूनिकेशन में प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद शुरुआती वेतन के तौर पर 12,000 से 25,000 रुपए प्रतिमाह कमाए जा सकते हैं। पांच साल के अनुभव के बाद यह स्तर 50,000 से 1,00,000 रुपए तक पहुंच जाता है। 

         डॉ. धनेश जोशी
         विभागाध्यक्ष 
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग 
श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भिलाई 
   मो. 9425211714

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